दहानू से विरार के बीच यात्रियों की संख्या में लगातार वृद्धि को देखते हुए यात्री संघों ने अब रेलवे और मंत्रालयों को इस क्षेत्र में और अधिक लोकल ट्रेनों के लिए अनुरोध करना शुरू कर दिया है। दहानू-विरार रूट पर सीमित ट्रेन होने की वजह से लोकल में जमकर भीड़ होती है साथ ही गुजरात से आने जाने वाली मेल व एक्सप्रेस में भी लोकल यात्री अपडाउन करते है ।
विरार से आगे दो लाइनों की सीमा को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि जब तक चार लाइन का काम पूरा नहीं हो जाता तब तक मदद मिलने की उम्मीद कम है।
रिपोर्ट के मुताबिक चौथी लाइन का काम तीव्र गति से चल रहा है और इसके 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है।
दहानू रोड के संबंध में लोकल ट्रेन कनेक्टिविटी बेहद सीमित है और पीक आवर्स के दौरान स्थिति और खराब हो जाती है। हाल ही में, पश्चिम रेलवे ने विरार-चर्चगेट रूट पर 15 अतिरिक्त नई सेवाएं शुरू की हैं। लेकिन विरार-दहानू रोड के बीच ऐसी कोई ट्रेन शुरू नहीं की गई थी। दो ट्रैक और ट्रैफिक की स्थिति को देखते हुए विरार और दहानू के बीच स्थिति बहुत नाजुक है और हर ट्रेन संतुलित और समयबद्ध है जिससे तत्काल और ट्रेनों की कोई गुंजाइश मुश्किल लग रही है।
मुंबई रेलवे विकास निगम द्वारा विरार और दहानू के बीच पूरे 63 किलोमीटर की लाइनों को चौगुना करने की परियोजना को तीव्र गति से क्रियान्वित किया जा रहा है।