घर में बर्तन भी आपकी जान के दुश्मन बन सकते हैं. अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ कैलिफोर्निया के वैज्ञानिकों ने स्टडी में पाया कि नॉन-स्टिक पैन सहित लोकप्रिय खाना पकाने के उत्पादों पर लगे चिकनाई के दाग लिवर कैंसर के खतरे को चार गुना कर सकते हैं. इसको वैज्ञानिक भाषा में ‘फॉरएवर कैमिकल’ भी कहा जाता है.
अगर आप प्लास्टिक की चीजों को फूड पैकेजिंग में इस्तेमाल करते हैं तो इससे आपकी सेहत पर और ज्यादा नुकसान हो सकता है।
बरतें ये सावधानियां
- जानकार बताते है कि जब भी नए नॉन-स्टिक बर्तनों का उपयोग करें, उससे पहले उसमें गर्म पानी डालकर रख दें। सही तरीके से बर्तनों को धोएं। नॉन-स्टिक बर्तनों में हमेशा कम फ्लेम में ही खाना बनाएं। और नॉन-स्टिक बर्तन को ज्यादा रगड़कर न धोएं। जब नॉन-स्टिक बर्तन की कोटिंग निकलने लगे तो उसका उपयोग न करें, क्योंकि टेफ्लोन के हानिकारक केमिकल खाने में मिल सकते हैं और यह खाने के जरिए आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
- खाना बनाने से पहले बर्तन को प्रीहीट न करें।
- नॉन-स्टिक बर्तनों को धोते वक्त प्लास्टिक या नर्म स्पॉन्ज से ही बर्तन धोएं।