पालघर जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है कि बोईसर तारापुर औद्योगिक क्षेत्र (MIDC) के कारखाने खतरनाक रासायनिक प्रदूषित अपशिष्ट जल को बिना उपचारित किए समुद्र में अपनी क्षमता से अधिक बहा रहे हैं। यह घटना तब सामने आई जब तटरक्षक अधिकारियों ने हेलीकॉप्टर से इस घटना को कैमरे में कैद किया । जब इस रसायन युक्त रासायनिक अपशिष्ट जल को समुद्र में छोड़ा जाता है तो समुद्र में जहरीले पानी की अलग ही तस्वीर दिखाई देने लगती है और इससे स्थानीय लोगो और पर्यावरणविदों में आक्रोश है।
बोईसर तारापुर औद्योगिक क्षेत्र (MIDC Tarapur) की कंपनियों (Factory) द्वारा रासायनिक अपशिष्ट जल को उपचारित कर नादगांव के पास समुद्र में छोड़ने के लिए पाइप लाइन बिछाई गई है। हालांकि, कई बार यह सामने आया है कि इस रासायनिक अपशिष्ट जल को बिना पूर्ण उपचार के समुद्र में छोड़ दिया जाता है। इससे देखने में आया कि इस समुद्र का पानी दो भागों में बंट गया है। इन सबके कारण बोईसर एमआईडीसी, एमपीसीबी और सीईटीपी का कुप्रबंधन एक बार फिर सामने आया है कि समुद्र में जीव जंतु-मछलियों के साथ-साथ स्थानीय नागरिकों के जीवन के जान से साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। कई बार मीडिया द्वारा इस तरह के मामले उजागर किये गए है पर सम्बंधित विभाग इनके खिलाफ कोई ठोस कार्यवाही करता दिखाई नही देता है ।