ठाणे क्राइम ब्रांच की यूनिट 5 ने पालघर जिले के औद्योगिक क्षेत्र में ( टेक इंडस्ट्रियल एस्टेट) पर छापा मारा और 2000 रुपये के नोट बनाने वाली एक प्रिंटिंग प्रेस को नष्ट कर दिया। इस प्रिंटिंग हाउस में करीब आठ करोड़ रुपये के दो हजार रुपये के नकली नोटों के बंडल मिले. इस मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया गया है और कासारवडवली थाने में मामला दर्ज किया गया है.
जिन लोगों से ये नोट बरामद किए गए हैं, वे पालघर के रहने वाले हैं. ये नोट पालघर तालुका के बोईसर इलाके से संबंधित बिल्डर के पास से बरामद हुए हैं.आठ करोड़ रुपए बाजार मूल्य के ये 2000 रुपए के जाली नोट क्लासिक बिल्डर के मालिक राजेंद्र राउत और उनके सहयोगी राम शर्मा से बरामद किए गए हैं.
ठाणे क्राइम ब्रांच (Thane crime branch) के अपर पुलिस कमिश्नर मोराले मीडिया को बताया कि पालघर जिले की एक एमआईडीसी क्षेत्र ( टेक इंडस्ट्रियल एस्टेट) में नकली नोटों के लिए प्रिंटिंग प्रेस है. ठाणे क्राइम ब्रांच की यूनिट 5 को यह जानकारी मिली। इसके बाद पालघर जिले में स्थित प्रिंटिंग हाउस पर छापेमारी की गयी. इस छापेमारी में पुलिस ने दो हजार रुपये के नकली नोट बरामद किए हैं. इस मामले में हरि शर्मा और राजेन्द्र राउत को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।


राउत पालघर जिले (Palghar) का निवासी वाला बताया जा रहा है। जानकारी सामने आ रही है कि इस प्रिंटिंग हाउस में पिछले डेढ़ से दो साल से नकली नोट छापे जा रहे थे. पुलिस ने आशंका जताई है कि पहले छपे नकली नोट बाजार में चलाए गए होंगे। इसके अलावा आशंका है कि नकली नोटों का कनेक्शन अंतरराष्ट्रीय हो। आशंका जताई जा रही है कि इस पैसे का इस्तेमाल आतंकी संगठनों को रसद मुहैया कराने में किया जाएगा। इसका मास्टरमाइंड कौन है, इसकी जांच आरोपितों द्वारा की जा रही है, जो अब हिरासत में हैं।
पुलिस ने इतनी बड़ी मात्रा में दो हजार रुपए के नोट छापने के लिए जरूरी सामग्री जब्त की है। क्या ये नोट दूसरे राज्यों में भेजे गए हैं? पुलिस इसकी जांच कर रही है।
