पालघर: वाढ़वन बंदरगाह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों को मिल गया बड़ा समर्थन,और तेज होगा विरोध

by | Sep 19, 2022 | गुजरात, देश/विदेश, पालघर, महाराष्ट्र, मुंबई

हेडलाइंस18

पालघर के दहानू तालुका के वाढ़वन में प्रस्तावित बंदरगाह का विरोध अब और तेज हो गया है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बंदरगाह का विरोध कर रहे ग्रामीणों से फोन पर बात कर उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन देते हुए कहा कि ग्रामीणों के साथ शिवसेना मजबूती से खड़ी रहेगी।

उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के वाढ़वन बंदरगाह को लेकर हालिया वक्तव्य के बाद लाखों मछुआरों में रोष फैल गया है। शनिवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शिवसेना के उपनेता मिलिंद वैद्य को ग्रामीणों से मिलने और इस पर चर्चा करने का आदेश दिया। इसके बाद शिवसैनिकों के साथ मिलिंद वैद्य और पालघर जिला प्रमुख वैभव संखे वाढ़वन पहुँचे और ग्रामीणों को आश्वाशन दिया कि पार्टी भूमिपुत्रों के साथ है और वह बंदरगाह का पूरी ताकत से विरोध करती रहेगी।

जिला परिषद अध्यक्षा वैदेही वाढाण, उपजिला प्रमुख राजू कुटे, जिला परिषद के गटनेता जयेंद्र दुबला, तालुकाप्रमुख विकास मोरे, तालुका महिला संघटक निलम म्हात्रे, उपतालुकाप्रमुख संजय तामोरे, शुभांगी कुटे, विभागप्रमुख कल्पेश पिंपले आदि ने ग्रामीणों स मुलाकात की।

मिलकर करेंगे संघर्ष-ठाकरे

शिवसेना के उपनेता मिलिंद वैद्य ने वाढवण बंदर विरोधी संघर्ष समिति के अध्यक्ष नारायण पाटील की शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से फोन पर बात कराई। उद्धव ठाकरे ने नारायण पाटील को आश्वासन दिया कि यदि ग्रामीण परियोजना नही चाहते तो शिवसेना पूरी ताकत से स्थानीय लोगों के साथ खड़ी रहेगी और इस लड़ाई को एक साथ मिलकर लड़ेगी। का विरोध कर संघर्ष समिति के सचिव वैभव वझे ने कहा कि उद्धव ठाकरे के आश्वासन से ग्रामीणों को एक नई संजीवनी मिली है और आंदोलन को बल मिलेगा।

परियोजना का इसलिए हो रहा विरोध

वाढवण में बनने वाले बंदरगाह का लोग यह कह कर विरोध कर रहे है, कि इसके निर्माण से लाखों मछुआरों सहित लोगों का रोजगार तो खत्म होगा ही पर्यावरण को भी काफी नुकसान पहुँचेगा। स्थानीय लोगो का आरोप है, कि समुंदर में वाढवण बंदरगाह बनाकर यहां के समुद्री संसाधन को नष्ट करने की योजना है। इस जगह पर कई दुर्लभ प्रजातियों की मछली और जैव विविधता पाई जाती है, इसलिए पर्यावरणविदों द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से इसे समुद्री अभयारण्य घोषित करने के लिए प्रयास शुरू किए गए है।

लोगों के विरोध को कुचलकर इस विनाशकारी परियोजना को थोपने का प्रयास किया जा रहा है। इससे क्षेत्र में रहने वाले लोगों का अस्तित्व ही खतरे में पड़ जायेगा।भूमि पुत्र होने के नाते मैं अपने गांव और समुदाय के भाइयों के साथ मजबूती से खड़ा हूं और पूरी ताकत से इस बंदरगाह का विरोध करूंगा।

मिलिंद वैद्य-उपनेता-शिवसेना

एक तरफ लोगों को रोजगार देने वाली वेदांता फॉक्सकॉन जैसी परियोजना केन्द्र सरकार के दबाव के चलते गुजरात भेजी जा रही है। तो वही वाढ़वन जैसे विनाशकारी परियोजना लोगों पर जबरन थोपी जा रही है। बंदरगाह बनने से तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लाखो मछुआरों की रोजी रोटी खतरे में पड़ जाएगी।इसलिए इस परियोजना का शिवसेना ग्रामीणों के साथ मिलकर पुरजोर विरोध करेगी।

वैभव संखे-जिला प्रमुख शिवसेना-पालघर

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