बंद पड़े सरकारी नलकूप,कैसे हो सिंचाई, परेशान किसान

by | Jul 10, 2022 | उत्तर प्रदेश, रायबरेली

राजकुमार

परशदेपुर(रायबरेली)विकास खण्ड डीह क्षेत्र में लगे राजकीय नलकूपो की हालत बद से बत्तर हो गयी है ।क्षेत्र में लगे दर्जनों राजकीय नलकूप सालो से बन्द पड़े है और इनकी देखभाल करने वाले कर्मचारी सिर्फ मीटिंग व दुकानों पर चाय की चुस्की लेते नजर आते है।क्षेत्र में किसानो की समस्या को देखते हुए जिस उद्देश्य से राजकीय नलकूपो का सरकार ने निर्माण कराया कि किसानो को इससे काफी सहूलियत मिलेगी पर सब इसके उलट हुआ।एकाधि को छोड़ दिया जाय तो अधिकतर नलकूप सालो से बन्द पड़े है ।वही किसान मजबूरन निजी नलकूप से खेती करने को मजबूर है।इन नलकूपो के न चलने से सबसे ज्यादा छोटे किसानो को समस्याए हो रही है।बड़े किसान तो किसी तरह अपनी व्यवस्था कर किसानी कर रहे है पर छोटे किसानो के सामने काफी समस्याएं है ,मजबूरन निजी नलकूपो से सिचाई कर खेती कर अपना जीवनयापन कर रहे है।राजकीय नलकूपो का जब गांवो में बोर कराया गया तो किसानो के चेहरे ख़ुशी झूम उठे और इससे किसानो को काफी आसानी भी हुई ।किसानो के खेतो तक बराबर पानी पहुचने लगा और किसान भी खेती कर उपज में बढ़त की ।पर देखते देखते एक के बाद एक राजकीय नलकूप बन्द होने लगे और आज वर्तमान में ज्यातर नलकूप बन्द हो चुके है और विभागीय अधिकारियो का भी इस ओर ध्यान नही गया।राजकीय नलकूपो पर तैनात ऑपरेटर चौराहो से अपनी डियूटी कर रहे है।वही इस बार बारिस न होने से किसानो के चेहरों पर मायूसी छाई हुई है ।किसी तरह धान की नर्सरी डाल दिया पर बारिस न होने से धान की नर्सरी सुख रही है। और धान की रोपाई भी बाधित हुई जिससे किसान काफी मायूस है।वही बन्द पड़े राजकीय नलकूप नहरो में समय से पानी न आना और अंधाधुंध बिजली कटौती से परेसान किसान आखिर धान की रोपाई कैसे करे ।किसान ललित कुमार पाण्डेय शिवकुमार मिश्रा मो कलीम मो यूनुस बताते है की अबकी बार बारिस न होने से धान की रोपाई बाधित हुई है । अगर राजकीय नलकूप सुचारू रूप से संचालित होते तो यह समस्या नही होती किसानो को काफी सहूलियत मिलती ।मजबूरन निजी नलकूप से खेती की जा रही है पर बिजली कटौती से धान की रोपाई बाधित हो रही है।अगर भरपूर बिजली सप्लाई भी मिले तो किसान किसी तरह धान की रोपाई कर सके ।

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