महाराष्ट्र विधान परिषद की 10 सीटों के लिए वोट डाला गया। नतीजे भी आज ही आ रहे हैं। मुंबई में विधानमंडल परिसर में सुबह 9 बजे शुरू हुई मतदान प्रक्रिया शाम चार बजे समाप्त हो गई। कुल 10 सीटों के लिए हुए चुनाव में 11 उम्मीदवार मैदान में हैं। महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी (MVA) सरकार के घटक शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस ने दो-दो प्रत्याशी उतारे, जबकि भाजपा ने पांच उम्मीदवारों को टिकट दिया। इस चुनाव में निर्दलीय और छोटे दलों की भूमिका को महत्वपूर्ण माना जा रहा था क्योंकि महा विकास आघाडी अपने सभी छह उम्मीदवारों की जीत को लेकर चुनौती का सामना कर रहा था।
महा विकास अघाडी (MVA) के 5 और बीजेपी के 5 प्रत्याशी जीत गए हैं।
भाजपा के सभी पांच उम्मीदवारों ने विधान परिषद चुनाव जीता है। प्रवीण दरेकर, राम शिंदे, श्रीकांत भारतीय, उमा खपरे और प्रसाद लाड जीते।
बता दें कि, महाराष्ट्र विधान परिषद की 10 सीटों के लिए मतदान सोमवार को पांच बजे संपन्न हो गया था. सभी पात्र विधायकों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया जिनमें कुछ बीमार विधायक भी थे जिन्हें व्हीलचेयर पर विधानमंडल परिसर में लाया गया. मतदान सुबह नौ बजे शुरू हुआ था. राज्य के विधायकों ने एमएलसी चुनाव में मतदान किया. यूं तो महाराष्ट्र विधानसभा की कुल क्षमता 288 सदस्यों की है, लेकिन शिवसेना विधायक रमेश लातके के निधन और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के दो विधायकों- नवाब मलिक और अनिल देशमुख के जेल में बंद होने और अदालत द्वारा उन्हें मतदान की अनुमति नहीं देने के बाद कुल सदस्यों की क्षमता घटकर 285 रह गई. गंभीर बीमारी से जूझ रहीं भाजपा विधायक मुक्ता तिलक पुणे से कार में विधान भवन पहुंचीं थी. इसके बाद उन्हें वोट डालने के लिए व्हीलचेयर से विधानमंडल परिसर के अंदर ले जाया गया. भाजपा के एक और विधायक लक्ष्मण जगताप पुणे से एंबुलेंस से विधान भवन पहुंचे. वह भी लंबे समय से बीमार हैं. उन्हें भी व्हीलचेयर पर विधान भवन के केंद्रीय कक्ष में ले जाया गया जहां उन्होंने अपना वोट डाला. पैर की चोट से जूझ रहे महाराष्ट्र के मंत्री और शिवसेना विधायक शंकरराव गडख अपने कुछ सहयोगियों की मदद से अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए विधानमंडल परिसर के अंदर गए.