● विक्रमगढ़, जव्हार व मोखाड़ा में बिजली उपभोक्ताओं को सांत्वना
● विद्युत लाइनों का नवीनीकरण एवं वितरण प्रणाली का क्षमता निर्माण किया गया
पालघर ; एमएसईडीसीएल के पालघर मंडल के तहत विद्युत लाइनों के नवीनीकरण और बिजली वितरण प्रणाली के क्षमता निर्माण से विक्रमगढ़, जव्हार, मोखाड़ा और खोडाला क्षेत्र के बिजली उपभोक्ताओं को राहत मिली है। दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना ने दहानू और गंजाड के बीच साढ़े आठ किलोमीटर की 33 केवी हाई वोल्टेज बिजली लाइन का नवीनीकरण कर उसकी क्षमता बढ़ा दी है। दहानू तालुका में 33 केवी गंजाड, 33 केवी सूर्यानगर और जव्हार तालुका में 33 केवी जव्हार और 33 केवी मोखाड़ा, मोखदा तालुका में 33 केवी खोडाला और उपरोक्त सभी 60 हजार। ग्राहकों को बिजली की आपूर्ति की जाती है। 33 केवी हाई वोल्टेज बिजली लाइन मुख्य रूप से सवता नाका दहानु से चेतक फार्म गंजाड तक पहाड़ियों और जंगलों से गुजर रही थी, जिससे बिजली गुल होने की शिकायतें बढ़ रही थीं। साथ ही, दहानू गांव से गंजाड तक सभी जर्जर बिजली के खंभे, चैनल, अन्य फैब्रिकेशन और बिजली लाइन (100 वर्ग मीटर के बजाय 200 वर्ग मीटर) को बदल दिया गया है। जंगल से होकर गुजरने वाली बिजली लाइन के विकल्प के रूप में नवनिर्मित साढ़े आठ किलोमीटर लंबी बिजली लाइन सड़क के किनारे बिछाई जाएगी, जिससे जल्द से जल्द खराबी का पता लगाकर उन्हें ठीक किया जा सकेगा। नतीजतन, यह लगभग 60,000 ग्राहकों को निर्बाध और उचित बिजली आपूर्ति प्रदान करने में मदद करेगा।
इससे पहले, विक्रमगढ़ तालुका में बिजली उपभोक्ताओं को पालघर में हेविप्रेशर के 132 केवी हाई प्रेशर सबस्टेशन से 33 केवी मैनर पावर लाइन के माध्यम से बिजली की आपूर्ति की जा रही थी। 50 किमी लंबी लाइन व जागीर क्षेत्र के पहाड़ी व वन क्षेत्र में बिजली आपूर्ति की शिकायत थी। नवनिर्मित 20.5 किमी लंबी 33 केवी बिजली लाइन का निर्माण बोईसर एमआईडीसी से नागझरी,चरी, चिल्हार फाटा, नांदगाव, जव्हार फाटा वाया मनोर तक सड़क के किनारे किया गया है। इसलिए विक्रमगढ़ में ग्राहकों को उचित दबाव पर बिजली की आपूर्ति की जाएगी और बिजली गुल होने की दर भी कम होगी। एक विकल्प के रूप में मैनर पावर सबस्टेशन पर ग्राहकों के लिए ट्रांसमिशन लाइन भी महत्वपूर्ण होगी।
