Palghar : राज्य सरकार विकास को लेकर बड़े- बड़े दावे करती है. लेकिन राज्य में जारी भारी बारिश की वजह से उसकी पोल को खोलकर रख दिया है. दरअसल पालघर में नदी पर पूल नहीं होने की वजह से आम लोगों को नदी के बीच से गुजर कर जाना तो पड़ता ही था.
लेकिन महाराष्ट्र में जारी बारिश के बीच पालघर (Palghar) में रहने वाली एक गर्भवती महिला के पीड़ा प्रसव होने पर लोगों ने उसे बाद के पानी के बीच अस्पताल पहुंचाया. महिला को लोग नदी में उफनते पानी में लेकर जा रहे हैं. वीडियो भी सामने आया है.
कुर्लोद ग्राम पंचायत सीमा के शेंड्याचा पाड़ा, अंबे पाड़ा, रायपाड़ा और जांभूलपाडा के निवासियों को बरसात के दौरान नदी के बहते पानी के बीच खतरनाक यात्रा करनी पड़ती है।इन पाड़ों की आबादी 500 से अधिक है. हालाँकि, गाँव से बाहर निकलने के लिए ग्रामीणों को पिंजाल नदी पार करनी पड़ती है और इस नदी पर कोई पुल नहीं होने के कारण ग्रामीणों को मौत से सामना करना पड़ता है।
बारिश के मौसम में पिंजाल नदी चारों महीने पानी से लबालब रहती है और इस दौरान शिक्षक गांव नहीं पहुंच पाते, जिससे छात्रों के शैक्षणिक भविष्य के साथ भी खिलवाड़ हो रहा है। वहीं अगर गांव में कोई बीमार पड़ जाए तो यहां के मरीजों को लकड़ी के तख्तों पर डोली लेकर लकड़ी और चादर के सहारे नदी पार करनी पड़ती है.फिर से हैरान कर देने वाला एक वीडियो सामने आया जिसमें एक गर्भवती मां को अचानक उल्टी होने के बाद लकड़ी के तख्त पर नदी पार करनी पड़ी और इस वीडियो के बाद लोगों में आक्रोश व्याप्त हैं.पिछले कई वर्षों से इस स्थान पर पिंजाल नदी पर पुल की मांग की जा रही है, लेकिन प्रशासन और सरकार इस ओर से आंखें मूंदे हुए हैं। इसलिए, ग्रामीण अब मांग कर रहे हैं कि जल्द से जल्द पिंजाल नदी पर एक पुल का निर्माण किया जाए ताकि शेंड्याचा पाडा,आंबे पाडा,रायपाडा और जांभूळपाडा गांवों के लोगों को गांव छोड़ने से राहत मिल सके।आज भी पालघर जिले के सैकड़ों गांवों में जाने के लिए मुख्य सड़कें नहीं हैं।ऐसे में बरसात के दिनों में यहां के निवासियों को जान जोखिम में डालकर गांव से बाहर निकलना पड़ता है।