पालघर : जिले में मरीज़ों को सही समय पर एम्बुलेंस न मिलने, उचित उपचार की कमी, डॉक्टरों की सीमित उपलब्धता कई और कारणों के चलते अब तक कई लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है। लेकिन इसके बावजूद भी जिले की की स्थापना के 8 सालों के बाद भी पालघर जिले के सरकारी अस्पताल बीमार है।
पालघर के ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं के खस्ताहाल के चलते मरीज़ों खासकर आदिवासियों को इलाज के लिए किन कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है ।आदिवासी बाहुल्य कई गांवों की हजारों की आबादी के लिए मुश्किल से मात्र एक -एक स्वास्थ्य केंद्र है। इन स्वास्थ्य केंद्रों में सामान्य सर्दी, बुखार का इलाज तो मिल जाता है लेकिन आज के समय की सामान्य स्वास्थ्य सुविधाओं जैसे एक्सरे और अल्ट्रासॉउन्ड की यहां कोई व्यवस्था नहीं हैं। इन स्वास्थ्य केंद्रों में लम्बे समय से कई स्वास्थ्य कर्मियों के पद भी खाली है। यहां के अधिकतर मामलों में मरीजों को गुजरात,सिलवासा और मुंबई, ठाणे नासिक के अस्पतालों में जाना पड़ता है। कई स्वास्थ्य केंद्रों में प्रसव के लिए जो कमरा है सीलन से वह बदहाल है। साफ सफाई की ठीक से व्यवस्था न होने से प्रसव के लिए आयी महिलाओं को इस केंद्र में संक्रमण का खतरा बना रहता है। लोग जब इसकी शिकायत करते है तो स्वास्थ्य कर्मियों का एक ही जवाब होता है, कि उन्होंने इसके संबंध में उच्च अधिकारियों को इससे अवगत करा दिया है। सरकारी अस्पतालों की हालत लगातार खराब होती दिख रही है। जिससे लोग निजी अस्पतालों में जाने को मजबूर है जहां उन्हें इलाज के लिए मोटी रकम चुकानी पड़ती है। पालघर जिले में दुर्घटना में घायल और अन्य मामलो में एंबुलेंस न मिलने से भी कई लोगों की जान गई है।
लोगों को उनका हक दिलवाकर रहेंगे
भाजपा नेता और जिला संगठन महामंत्री संतोष जनाठे आजकल चर्चाओं में है। जनाठे पार्टी की बैठक हो या कार्यक्रम हो या जब भी सरकारी कार्यालय पहुँचते है और वहां रखी कुर्सी का प्रयोग न कर सीधा फर्श पर बैठ जा रहे है। उन्होंने घर तक मे कुर्सी पर न बैठने का संकल्प लिया है। संतोष जनाठे ने कहा कि बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था लोगों का हक है। उनका हक दिलवा कर रहेंगे। साथ ही जिला अस्पताल का निर्माण न होने तक उनका संघर्ष जारी रहेगा।
संतोष जनाठे ने आमजन के हित मे लिया निर्णय
पालघर जिला भाजपा के संघठन महासचिव व लोकसभा सयोंजक संतोष जनाठे ने जिले में भव्य अस्पताल को लेकर कुर्सी पर नही बैठने की शपथ लिए करीबन 10 महीने पूरे होने वाले है । जिसके लिए उन्होंने तत्कालीन सरकार के स्वास्थ्य मंत्री से भी मुलाकात की थी,पर वर्तमान में महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन हो गई तो भाजपा शिवसेना की सरकार बन गई ।
सकारात्मक नतीजा
भाजपा नेता जनाठे का यह संकल्प रंग लाता दिख रहा है,आखिर में पालघर जिला आसप्ताल का कार्य शुरू हो गया है । 210 करोड़ की निधि से बनने वाला यह अस्पताल जिले के लिए वरदान साबित होगा।
पालघर में जिला अस्पताल न होने से बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था लोगों के लिए उपलब्ध नहीं थी। इलाज न मिलने से कई लोगों की जाने तक चली गई। निजी अस्पतालो में इलाज करवाना आदिवासियों और गरीबों के बस में नहीं था। इस सबसे मन बहुत व्यथित होता था जिसके बाद मैने प्रण लिया कि जिला अस्पताल का निर्माण शुरू होने तक कुर्सी पर नही बैठुगा। लोगो की समस्याओं को उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गंभीरता से लिया और अस्पताल का कार्य शुरू हो गया। जिसका फायदा लाखों लोगों को मिलेगा।
- संतोष जनाठे,भाजपा नेता