समुंदर में पेट्रोलिंग के लिए गई पालघर पुलिस विभाग की नाव ‘अशोका’ तूफानी हवाओं और तेज लहरों में फंसकर डूबने लगी। नाव के पांच पुलिसकर्मी सवार थे। लेकिन केलवे पुलिस थाने के सहायक पुलिस निरीक्षक भीमसेन गायकवाड और मछुआरों की तत्परता से उनकी जान बाल बाल बच गई है। और स्थानीय मछुआरों की मदद से समुंदर में जाकर डूबती नाव को सकुशल किनारे पर लाया गया। मिली जानकारी के मुताबिक केलवे से दातीवारे तक समुंदर में पेट्रोलिंग के लिए गई नाव अशोका दातीवारे गांव के सामने ७ नॉटिकल मील अंदर समुंदर में थी। तभी नाव में सवार पुलिसकर्मियों ने देखा कि नाव में धीरे-धीरे पानी घुस रहा है। पुलिस कर्मियों ने पीने के पानी की प्लास्टिक की बोतलों को काटकर नाव में घुसे पानी को निकालने का काम शुरू कर दिया। इसी बीच स्पीड बोट से उनका लाइफ जैकेट और अन्य सामान समुंदर में बह गया। स्थितित बिगड़ते देख नाव में सवार एक पुलिस अधिकारी ने सहायक पुलिस निरीक्षक भीमसेन गायकवाड़ के मोबाइल पर संपर्क किया। गायकवाड़ ने आनन फानन कांस्टेबल जयदीप सांबरे, वसंत वल्वी, पी. सी. सालुंखे व मछुआरे हर्षल मेहर, राकेश मेहर, आतिश मेहर, रितेश मेहर, चंद्रकांत टंडेल, रूपेश बंगारा के साथ नाव ‘लक्ष्मीप्रसाद’ को लेकर घंटे भर के अंदर डूबती पुलिसकर्मियों की नाव के पास पहुंचे और उनकी जान बचाई। भीमसेन गायकवाड़ ने बताया कि एक घंटे की तलाशी और समुंदर में तेज हवाओं और लहरों से के बीच डुबती नाव को तलाश लिया गया। समुंदर में उच्च ज्वार आने के कारण नाव तेजी से हिलोरे खा रही थी। परंतु समय रहते सभी को नाव में से सफलतापूर्वक बाहर निकाल कर समुंदर के किनारे लाया गया।
