पालघर के स्कूली छात्रों के प्रोजेक्ट को भारतीय विज्ञान कांग्रेस के लिए चुना गया,प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम का किया आगाज

by | Jan 3, 2023 | पालघर, महाराष्ट्र

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 108वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस (ISC) को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया. 5 दिनों तक चलने वाली विज्ञान कांग्रेस इस बार राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय में आयोजित की जा रही है. इस बार यूनिवर्सिटी अपना शताब्दी वर्ष मना रही है.

पालघर जिले में आदिवासी बहुल जव्हार के छात्रों द्वारा एक विज्ञान परियोजना को 30वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में प्रस्तुति के लिए चयन किया गया है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस, महाराष्ट्र के अध्यक्ष सुरेंद्र दिघे ने घोषणा करते हुए कहा कि इस साल की थीम ‘स्वास्थ्य और भलाई के लिए पारिस्थितिकी तंत्र को समझना’ है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के विज्ञान और प्रौद्योगिकी [एनसीएसटीसी] विभाग की एक पहल है। राज्य के 36 जिलों से 3,000 परियोजनाओं के पंजीकृत होने के बाद राष्ट्रीय स्तर के लिए चयन 4 दिसंबर को ऑनलाइन मोड के माध्यम से संपन्न हुआ और इनमें से 264 का चयन विशेषज्ञों के एक पैनल द्वारा किया गया।

पालघर में श्री जयेश्वर विद्या मंदिर की प्रतिमा चंदर भोये और रोहित देवराम कोटि तथा ठाणे के सरस्वती माध्यमिक विद्यालय के वीरजीत फुंडे और निविदा पगार द्वारा बनाए गए विज्ञान प्रोजेक्ट जनवरी में नागपुर में आयोजित होने वाली 108वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस में प्रस्तुत किए जाएंगे।

पालघर जिले के आदिवासी बहुल इलाके के एक स्कूल के छात्रों द्वारा बनाए गए रागी (फिंगर मिलेट) के पोषण संबंधी प्रोजेक्ट को नागपुर में आयोजित 108वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस में वैज्ञानिकों के सामने प्रस्तुत करने के लिए चुना गया है।

जव्हार तालुका के जयेश्वर विद्या मंदिर के 8वीं से 10वीं कक्षा के छात्रों ने ‘स्टडी ऑफ मार्क मिलेट एज़ ए न्यूट्रीशनल फूड’ के तहत क्षेत्र के 60 किसानों का साक्षात्कार लिया और अपने शिक्षकों के मार्गदर्शन में एक रिपोर्ट तैयार की।

उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट रिपोर्ट में रागी की विभिन्न स्थानीय किस्मों, इसकी खेती के तरीकों, पोषण आहार के रूप में इसके महत्व, इसके विभिन्न व्यंजनों, बीमारियों से लड़ने के लिए उपयोग और सांस्कृतिक महत्व का उल्लेख किया गया है।

हालांकि, अध्ययन में कहा गया है कि स्कूल के पास आदिवासी इलाकों में रागी मुख्य फसल है, लेकिन इसकी किस्मों के साथ-साथ इसकी खेती का क्षेत्र भी घट रहा है।

अध्ययन में कहा गया है, शहरों के साथ-साथ गांवों में भी लोगों की खान-पान की आदतें बदल रही हैं। जंक फूड खाने का चलन है। साथ ही हम कुपोषण की समस्या का समाधान तलाश रहे हैं।

सत्र को कई नेता और संवैधानिक पदों पर बैठे प्रमुख भी संबोधित करने वाले हैं. महाराष्ट्र के राज्यपाल और महाराष्ट्र पब्लिक यूनिवर्सिटी के चांसलर भगत सिंह कोश्यारी, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, विज्ञान और तकनीकी एवं भूविज्ञान मामलों के केंद्रीय मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जितेंद्र सिंह, महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस शामिल होंगे. इनके साथ, राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉक्टर सुभाष आर चौधरी और इंडियन साइंस कांग्रेस एसोसिएशन (ISCA), कोलकाता की जनरल प्रेसीडेंट डॉक्टर विजय लक्ष्मी भी रहेंगी.

अधिवेशन में नोबेल विजेता, विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में भारत और दुनिया के प्रमुख रिसर्चर, एक्सपर्ट और विभिन्न क्षेत्रों के टेक्नोक्रेट हिस्सा लेंगे. इनमें स्पेस, डिफेंस, आईटी और मेडिकल रिसर्च से जुड़ी हस्तियां शामिल रहेंगी.

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