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पुणे (Pune) के यरवडा इलाके में सच्चे प्रेम को परिभाषित करती एक घटना हुई है, जिसने सबको हैरान कर दिया है.दरअसल पंजाब (Punjab) में स्थित अटारी बॉर्डर (Attari Border) पर भारतीय सेना (Indian Army) के लिए पोर्टर (Porter) का काम करने वाले एक युवक की पत्नी 5 साल पहले लापता हो गई थी. अब 5 साल बाद उसकी पत्नी पुणे में मिली है. दोनों को मिलाने में कुली, सैनिक, अटारी और पालघर पुलिस की बड़ी अहम भूमिका रही है.
इस युवक का नाम अमन सिंह है. वह अटारी बॉर्डर पर पोर्टर है. उसकी पत्नी महक पांच साल पहले घर से लापता हो गई थी. इसके बाद उसने और उसके रिश्तेदारों ने महक को काफी खोजा लेकिन वह कहीं नहीं मिली. ऐसे में अमन के परिवार ने उस पर दूसरी शादी का दबाव डाला. लेकिन अमन का महक के लिए प्रेम कम नहीं हुआ था, उसने शादी के लिए मना कर दिया और उसका इंतजार करता रहा.
बताया गया है कि अमन सिंह की पत्नी महक के मानसिक बीमारी का इलाज अमृतसर में चल रहा था. तभी उसकी मां की भी मौत हो गई. इससे उसे गहरा आघात लगा. महक घर से भाग गई और किसी ट्रेन में चढ़ गई थी. इसके बाद अमन और उसके रिश्तेदारों ने महक को काफी खोजा लेकिन वह कहीं नहीं मिली.
अब पांच साल बाद वह अमन को पुणे के यरवडा साइकियाट्रिक हॉस्पिटल में मिली. पांच साल बाद दोनों का मिलना काफी भावुक करने वाला पल था. जानकारी के अनुसार पालघर पुलिस ने महक को पहले ठाणे साइकियाट्रिक हॉस्पिटल में भर्ती कराया था. फिर दो साल पहले उसे वहां से यरवडा शिफ्ट किया गया.
इस दौरान जब सामाजिक कार्यकार्ता प्रवीणा देशपांडे ने उससे बात करने की कोशिश की तो उन्होंने इस बात पर गौर किया कि महक ‘कुली, सैनिक और अटारी’ शब्दों का ही इस्तेमाल करती है. इसके बाद प्रवीणा ने अमृतसर पुलिस को इसके बारे में बताया. इस बीच अमन को उसकी पत्नी के बारे में पता चल गया. अमन सिंह तुरंत पुणे पहुंचा और महक से मिला. दोनों के दो लड़के और एक लड़की है.