केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर शिवसेना कार्यकर्ताओं की शिकायत की है। नितिन गडकरी ने अपने पत्र में लिखा है कि शिवसैनिक राज्य में बन रहे राष्ट्रीय राजमार्गों में बाधा पहुंचा रहे हैं और विकास नहीं होने दे रहे हैं। महाराष्ट्र की राजनीति में फूटे इस लेटर बम से दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच घमासान होने के संकेत मिल रहे हैं।
मराठी में लिखे इस पत्र में नितिन गडकरी ने कहा है कि अगर शिवसैनिक इसी तरह से राष्ट्रीय राजमार्गों के विकास में व्यवधान पहुंचाते रहे तो केंद्र सरकार आगे से सड़क निर्माण की मंजूरी देने पर विचार करेगी। दरअसल यह पत्र नितिन गडकरी की तरफ से तब लिखा गया जब पिछले दिनों महाराष्ट्र के वाशिम में राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण के दौरान शिवसैनिकों के दबंगई की शिकायत सामने आई थी और शिवसैनिकों ने कथित रूप से सड़क निर्माण में लगे एक मशीन को जला दिया था।
नितिन गडकरी ने उद्धव ठाकरे को लिखे चिट्ठी में कहा है कि अकोला और नांदेड के बीच 200 किलोमीटर से भी लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग बनाया जा रहा है। इस राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण के साथ वाशिम शहर को जोड़ने के लिए एक भी बायपास भी बनाया जाना है लेकिन शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने इसे रोक दिया है। शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने निर्माण कार्य में लगे ठेकेदार को धमकी भी दी और एक मशीन में भी आग लगा दिया।
इसके अलावा इस चिट्ठी ने नितिन गडकरी ने यह भी लिखा कि शिवसेना कार्यकर्ताओं के द्वारा पैदा किए जा रहे व्यवधान की वजह से राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण भी रुक गया है। अगर यह ऐसे ही जारी रहा तो महाराष्ट्र के नागरिक होने के नाते उन्हें दुख होगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर इसी तरह से निर्माण कार्यों में व्यवधान उत्पन्न होता रहा तो केंद्र सरकार को महाराष्ट्र में राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण कार्यों को मंजूरी देने से पहले विचार करना होगा। हालांकि उन्होंने अपने पत्र में उद्धव ठाकरे से यह भी कहा कि आपको इस मामले में हस्तक्षेप कर कोई रास्ता जरूर निकालना चाहिए।